आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरे घर आया राजा राम जी का प्यारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
आँगन बंगला भवन भयो पावन,
हरिजन बैठे हरिजस गावन,
आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
करूँ दंडवत चरण पखारूँ,
तन मन धन सब उन पर वारुं,
आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
कथा कहे अरु अर्थ विचारे,
आप तरे औरन को तारे,
आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
कहे रैदास मिले निज दासा,
जनम जनम के काटे पासा,
आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
आज के दिवस की मैं जाऊं बलिहारा,
मेरे घर आया राजा राम जी का प्यारा,
मेरें घर आया राजा राम जी का प्यारा ॥
गणपति जी गणेश नू मनाइये,
सारे काम रास होणगे,
गणपति करते चरणों में हम है नमन,
करे पूजा तुम्हारी सब हो के मगन,
पूछते हो कैसे
पूछते हो कैसे
गणपति के चरणों में,
ध्यान लगा ले रे,