मेरी अंखियों के सामने ही रहना ओ शेरोंवाली जगदम्बे

मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

ओ, मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)


हम तो हैं चाकर, मैया, तेरे दरबार के

(हम तो हैं चाकर, मैया, तेरे दरबार के)

हम तो हैं चाकर, मैया, तेरे दरबार के

(हम तो हैं चाकर, मैया, तेरे दरबार के)


हो, भूखे हैं हम तो, मैया...

भूखे हैं हम तो, मैया, बस तेरे प्यार के


मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे)


विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर, माँ

(विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर, माँ)

विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर, माँ

(विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर, माँ)


हो, चरणों से हमको कभी...

चरणों से हमको कभी करना ना दूर, माँ


मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

ओ, मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे)


मुझे जान के अपना ही बालक सब भूल तू मेरी भुला देना

(मुझे जान के अपना ही बालक सब भूल तू मेरी भुला देना)

माँ, मुझे जान के अपना ही बालक सब भूल तू मेरी भुला देना

(मुझे जान के अपना ही बालक सब भूल तू मेरी भुला देना)


ओ, शेरों वाली जगदम्बे...

ओ, शेरों वाली जगदम्बे, आँचल में मुझे छुपा लेना


मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

हो, मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे)


तुम हो शिव जी की शक्ति, मैया शेरों वाली

(तुम हो शिव जी की शक्ति, मैया शेरों वाली)

तुम हो शिव जी की शक्ति, मेरे भोले की

हो, मेरे भोले की शक्ति, मैया शेरों वाली

(मेरे भोले की शक्ति, मैया शेरों वाली)


तुम हो दुर्गा, हो अम्बे, मैया, तुम हो काली

तुम हो दुर्गा, हो अम्बे, मैया, तुम हो काली


बन के अमृत की...

हो, बनके अमृत की धार सदा बहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

बनके अमृत की धार सदा बहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे)


तेरे बालक को तभी, माँ, सबर आए

(तेरे बालक को तभी, माँ, सबर आए)

तेरे बालक को, हाँ-हाँ, तेरे बालक को, मैया

तेरे बालक को तभी, माँ, सबर आए

(तेरे बालक को तभी, माँ, सबर आए)


जहाँ देखूँ मैं तू ही तू नज़र आए

हो, जहाँ देखूँ मैं तू ही तू नज़र आए


मुझे इसके...

मुझे इसके सिवा कुछ ना कहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मुझे इसके सिवा कुछ ना कहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, माँ शेरों वाली जगदम्बे)


दे दो शर्मा को भक्ति का दान, मैया जी

(दे दो भक्तों को भक्ति का दान, मैया जी)


दे दो शर्मा को, हाँ-हाँ, अपने शर्मा को, माता

अपने शर्मा को भक्ति का दान, मैया जी

(दे दो भक्तों को भक्ति का दान, मैया जी)

हो, लक्खा गाता रहे तेरा गुण-गान, मैया जी

लक्खा गाता रहे तेरा गुण-गान, मैया जी

है भजन तेरा...

है भजन तेरा भक्तों का गहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(है भजन तेरा भक्तों का गहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)


ओ, शेरों वाली जगदम्बे

मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे

(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

ओ, मेहरों वाली जगदम्बे (जय माता दी...)

ओ, शेरों वाली जगदम्बे (जय माता दी...)

ओ, मेहरों वाली जगदम्बे (जय माता दी...)

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बिगड़ी मेरी बना दे ओ शेरो वाली मैय्या

सदा पापी से पापी को भी तुम, माँ, भव-सिंधु तारी हो फँसी मझधार में नैय्या को भी पल में उबारी हो

प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी (Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani)

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हरियाली तीज: शिव-पार्वती से सीखें रिश्ते सहेजना

शिव और पार्वती की प्रेम कहानी एक अनोखी और प्यारी कहानी है, जो हमें रिश्तों के मायने सिखाती है। यह कहानी हमें बताती है कि प्यार और सम्मान से भरे रिश्ते को कैसे बनाए रखा जा सकता है। हरियाली तीज का पर्व शिव और पार्वती के प्रेम की याद दिलाता है।

दीपावली पूजन विधि

भगवती महालक्ष्मी चल एवं अचल, दृश्य एवं अदृश्य सभी सम्पत्तियों, सिद्धियों एवं निधियों की अधिष्ठात्री साक्षात् नारायणी हैं।

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