मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
तेरे जैसे लाखों आये,
लाखों इस माटी ने खाए ।
तेरे जैसे लाखों आये,
लाखों इस माटी ने खाए ।
रहा ना नाम निशान रे बंदे,
मत कर तू अभिमान ॥
मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
झूठी माया झूठी काया,
वो तेरा जो हरिगुण गाया ।
झूठी माया झूठी काया,
वो तेरा जो हरिगुण गाया ।
जप ले हरी का नाम ओ बन्दे
मत कर तू अभिमान ॥
मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
माया का अन्धकार निराला,
बाहर उजला अन्दर काला ।
माया का अन्धकार निराला,
बाहर उजला अन्दर काला ।
इस को तू पहचान रे बंदे,
मत कर तू अभिमान ॥
मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
तेरे पास हैं हीरे मोती,
मेरे मन मंदिर में ज्योति ।
तेरे पास हैं हीरे मोती,
मेरे मन मंदिर में ज्योति ।
कौन हुआ धनवान रे बंदे,
मत कर तू अभिमान ॥
मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
मत कर तू अभिमान रे बंदे,
जूठी तेरी शान रे ।
मत कर तू अभिमान ॥
हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह साल का 10 वां, महीना होता है जो मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। वैदिक पंचाग के अनुसार इस साल पौष माह 16 दिसंबर से प्रारंभ हो चुकी है।
हिंदू पंचांग में दसवें माह को पौष कहते हैं। इस बार पौष मास की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है जो 13 जनवरी तक रहेगी। इस मास में हेमंत ऋतु का प्रभाव रहता है।
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष के बाद पौष का महीना आता है। ये हिंदू कैलेंडर का 10वां महीना होता है। पौष के महीने में सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है।
प्रत्येक साल में एक दिन सबसे छोटा होता है। दरअसल, इस दिन सूर्य धरती के दक्षिणी गोलार्ध में अपने चरम बिंदु पर होता है। ज्योतिष के अनुसार साल के सबसे छोटे दिन तक भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर चुके होते हैं।