मनाओ जी गणेश भक्तो(Manao Ji Ganesh Bhakto)

गौरा माता दी अख दा तारा,

शिव शंकर दा राजदुलारा,

मनाओ जी गणेश भक्तो,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


मत्थे चन्दन तिलक सुहावे,

गल पुष्पा दी माला पावे,

चढ़े पान फूल संग मेवा,

करे संतन रल मिल सेवा,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


सब तो पेहला होंदी पूजा,

गणपति वरगा देव ना दूजा,

काम बिगड़े ऐ सबदे बणोंदा,

झोली जग सारे आदे भरोंदा,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


राजू वि हरिपुरिया बोले,

गावे सलीम ना कदे वि डोले,

आवो पुजले एक मन होके,

ऐ दी चरणी आन खलोके,

मनाओ जी गणेश भक्तों,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥


गौरा माता दी अख दा तारा,

शिव शंकर दा राजदुलारा,

मनाओ जी गणेश भक्तो,

मनाओ जी गणेश भक्तों ॥

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कीर्तन रचो है म्हारे आंगने(Kirtan Racho Hai Mhare Angane)

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,
आओ-आओ गौरा जी रा लाल,

जबलपुर में काली विराजी है(Jabalpur Mein Kali Viraji Hai)

जबलपुर में काली विराजी है,
तरसे मोरी अंखियां,

परशुराम चालीसा पाठ की विधि

हिन्दू पंचांग के अनुसार, परशुराम जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम के जन्मदिवस के रूप में जाना जाता है।

काहे तेरी अखियों में पानी (Kahe Teri Akhiyo Me Pani)

काहे तेरी अखियों में पानी,
काहें तेरी अखियों में पानी,

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