मन में है विश्वास अगर जो,
श्याम सहारा मिलता है,
रोता है कोई श्याम का प्रेमी,
रोता है कोई श्याम का प्रेमी,
श्याम सिंघासन हिलता है ॥
आन्धी आए तुफा आए,
कैसी भी कोई मुश्किल हो,
जीवन नैया डोल रही हो,
दीखता ना कहीं साहिल हो,
ऐसे में विश्वास भक्त का,
एक ना एक दिन फलता है,
मन में है विश्वास अगर तो,
श्याम सहारा मिलता है ॥
राह दिखाता हर प्रेमी को,
जीवन पथ पर साथ चले,
ऐसा है विश्वास सांवरा,
ले हाथों में हाथ चले,
श्याम सहारा बन जाता है,
जब कोई प्रेमी फिसलता है,
मन में हैं विश्वास अगर तो,
श्याम सहारा मिलता है ॥
जिसकी बगिया श्याम सँवारे,
महके वो फुलवारी है,
उस बगिया का फूल सदा ही,
बाबा का आभारी है,
मुरझाये ना फूल कभी वो,
हर मौसम में खिलता है,
मन में हैं विश्वास अगर तो,
श्याम सहारा मिलता है ॥
करले भरोसा श्याम प्रभु पर,
इधर उधर तू भटके क्यूँ,
हाकणया जब श्याम प्रभु है,
तेरी नैया अटके क्यूँ,
अंधकार के बाद ही ‘रोमी’,
सूरज रोज़ निकलता है,
मन में हैं विश्वास अगर तो,
श्याम सहारा मिलता है ॥
मन में है विश्वास अगर जो,
श्याम सहारा मिलता है,
रोता है कोई श्याम का प्रेमी,
रोता है कोई श्याम का प्रेमी,
श्याम सिंघासन हिलता है ॥
आज 13 फरवरी 2025 माघ माह का 31वां दिन का है और आज इस पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। वहीं आज गुरुवार का दिन है।
सनातन हिंदू धर्म में, माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत मानी जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, यह वर्ष का अंतिम महीना होता है। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।
फरवरी महीने की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने का समापन शिवरात्रि के दो दिन बाद होगा। आसान शब्दों में कहें तो 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। इसके दो दिन बाद मार्च महीने की शुरुआत होगी। इससे पहले फाल्गुन महीने की शुरुआत होगी।
फाल्गुन’ हिंदू पंचांग का अंतिम महीना है जिसके बाद हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। फाल्गुन को हर्ष और उल्लास का महीना माना जाता है। जॉर्जियन कैलेंडर के अनुसार यह महीना फरवरी और मार्च को में पड़ता है।