मैया तेरे भक्तों को,
तेरा ही सहारा है,
तेरे बिना इस जग में,
कोई ना हमारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,
मैया तेरा ठिकाना है,
दर्शन को मैया जी,
आए सारा ज़माना है,
मैया तेरे दर्शन से,
मिट जाए दुःख सारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
द्वार मेरी मैया का,
सारे जग से निराला है,
दुखियारा जो भी हो,
उसे पल में संभाला है,
मैया तेरी किरपा से,
मेरा चलता गुजारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
मतलब के लोग यहाँ,
सब मतलब के रिश्ते है,
सुख के सब साथी,
मुश्किल में ना दीखते है,
इस झूठी दुनिया में,
सच्चा प्यार तुम्हारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
जब कोई विपदा पड़ी,
मैया एक पल में आई है,
‘शिबू’ और ‘टोनी’ की,
तूने बिगड़ी बनाई है,
अब तो तेरे बिना,
हमें कुछ ना गवारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
मैया तेरे भक्तों को,
तेरा ही सहारा है,
तेरे बिना इस जग में,
कोई ना हमारा है,
मैया तेरे भक्तो को,
तेरा ही सहारा है ॥
मैं हर दिन हर पल हर लम्हा,
माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ,
मुँह फेर जिधर देखूं माँ तू ही नज़र आये,
माँ छोड़ के दर तेरा कोई और किधर जाये ॥
माँ ऊँचे पर्वत वाली,
करती शेरो की सवारी,
ओम नम शिवाय,
ओम नम शिवाय,