मैया तेरे भक्तों को, तेरा ही सहारा है (Maiya Tere Bhakto Ko Tera Hi Sahara Hai)

मैया तेरे भक्तों को,

तेरा ही सहारा है,

तेरे बिना इस जग में,

कोई ना हमारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

मैया तेरा ठिकाना है,

दर्शन को मैया जी,

आए सारा ज़माना है,

मैया तेरे दर्शन से,

मिट जाए दुःख सारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


द्वार मेरी मैया का,

सारे जग से निराला है,

दुखियारा जो भी हो,

उसे पल में संभाला है,

मैया तेरी किरपा से,

मेरा चलता गुजारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


मतलब के लोग यहाँ,

सब मतलब के रिश्ते है,

सुख के सब साथी,

मुश्किल में ना दीखते है,

इस झूठी दुनिया में,

सच्चा प्यार तुम्हारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


जब कोई विपदा पड़ी,

मैया एक पल में आई है,

‘शिबू’ और ‘टोनी’ की,

तूने बिगड़ी बनाई है,

अब तो तेरे बिना,

हमें कुछ ना गवारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥


मैया तेरे भक्तों को,

तेरा ही सहारा है,

तेरे बिना इस जग में,

कोई ना हमारा है,

मैया तेरे भक्तो को,

तेरा ही सहारा है ॥

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मेरा मन पंछी ये बोले, उड़ वृन्दावन जाऊँ (Mera Man Panchi Ye Bole Ud Vrindavan Jaau)

मेरा मन पंछी ये बोले,
उड़ वृन्दावन जाऊँ,

नवरात्रि सम्पूर्ण पूजन विधि

नवरात्रि माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पावन पर्व है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे बड़े श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाता है। एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं—चैत्र, आषाढ़, माघ और शारदीय नवरात्र।

यशोमती नन्दन बृजबर नागर (Yashomati Nandan Brijwar Nagar)

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