मैंने रटना लगाई रे, राधा तेरे नाम की (Maine Ratna Lagai Re Radha Tere Naam Ki)

मैंने रटना लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरी अलकों में राधा,

मेरी पलकों में राधा,

मैंने बिंदिया लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरी चुनरी में राधा,

मेरी दुलरी में राधा,

मैंने चूड़ी खनकाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरे नैनो राधा,

मेरे बैनो में राधा,

मैंने पायल छनकाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरे अंग अंग राधा,

मेरे संग संग राधा,

गोपाल बंसी बजाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मैंने रटना लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


........................................................................................................
चैत्र प्रदोष व्रत की तिथियां और मुहूर्त

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत महादेव और माता पार्वती को समर्पित है।

माघ गुप्त नवरात्रि की पूजन विधि

माघ और आषाढ़ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। 2025 की पहली गुप्त नवरात्रि माघ महीने में 30 जनवरी से श्रवण नक्षत्र और जयद योग में प्रारंभ होगी।

तोरी बगिया में आम की डाल, कोयल बोले कुहू कुहू: भजन (Tori Bagiya Mein Aam Ki Daal Koyal Bole Kuhu Kuhu)

तोरी बगिया में आम की डाल,
कोयल बोले कुहू कुहू ॥

राधाकृष्ण प्राण मोर युगल-किशोर( RadhaKrishn Prana Mora Yugal Kishor)

राधाकृष्ण प्राण मोर युगल-किशोर ।
जीवने मरणे गति आर नाहि मोर ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।