मैंने रटना लगाई रे, राधा तेरे नाम की (Maine Ratna Lagai Re Radha Tere Naam Ki)

मैंने रटना लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरी अलकों में राधा,

मेरी पलकों में राधा,

मैंने बिंदिया लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरी चुनरी में राधा,

मेरी दुलरी में राधा,

मैंने चूड़ी खनकाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरे नैनो राधा,

मेरे बैनो में राधा,

मैंने पायल छनकाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मेरे अंग अंग राधा,

मेरे संग संग राधा,

गोपाल बंसी बजाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


मैंने रटना लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की,

श्री राधा तेरे नाम की,

किशोरी तेरे नाम की,

मैंने मेहंदी लगाई रे,

राधा तेरे नाम की ॥


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मंत्र क्या होते हैं

शास्त्रकार कहते हैं “मननात् त्रायते इति मंत्रः” अर्थात मनन करने पर जो त्राण दे या रक्षा करे वही मंत्र होता है। धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति हेतु प्रेरणा देने वाली शक्ति को मंत्र कहते हैं।

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी (Aao Angana Padharo Shri Ganesh Ji)

आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी ॥

शिव कैलाशो के वासी (Shiv Kailasho Ke Vasi)

शिव कैलाशो के वासी, धौली धारों के राजा,

भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा विधि

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।

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