मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ (Main Do-Do Maa Ka Beta Hun)

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ,

दोनों मैया बड़ी प्यारी है ।

एक माता मेरी जननी है,

एक जग की पालनहारी है ॥


मैं जननी को जब माँ कहता,

वो सिर पर हाथ फिराती है ।

त्रिशूल रुपणी दादी को,

वो जगमाता बतलाती है ।

मैं उसकी गोद में जाता हूँ,

वो तेरी शरण दिखलाती है ।

अब शरण में तेरी आया हूँ,

तू क्यों नहीं गले लगाती है ॥

॥ मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ...॥


मेरी जननी ओझल हुई,

पर तुम तो समाने हो मेरे ।

वो इसी भरोसे छोड़ गई,

कि तुम तो साथ में हो मेरे ।

अब दिल जो माँ को याद करे,

वो सीधे तेरे दर जाए ।

हे जग जननी तेरी छवि में ही,

मेरी मैया मुझे नजर आए ॥

॥ मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ...॥


जनंनी ने मुझको जन्म दिया,

तुम बन के यशोदा पाली हो ।

मेरी जनंनी की भी जननी तुम,

दादीजी झुंझुनुवाली हो ।

वो लोरी मुझे सुनाती है,

तुम सत्संग मुझे कराती हो ।

वो भोजन मुझे खिलाती है,

तुम छप्पन भोग जिमाती हो ॥

॥ मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ...॥


मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ,

दोनों मैया बड़ी प्यारी है ।

एक माता मेरी जननी है,

एक जग की पालनहारी है ॥

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मैं बालक तू माता शेरां वालिए (Main Balak Tu Mata Sherawaliye)

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट यह नाता शेरां वालिए ।
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ ॥
॥ मैं बालक तू माता शेरां वालिए...॥

भोले तेरी बंजारन (Bhole Teri Banjaran)

बंजारन मैं बंजारन,
भोले तेरी बंजारन,

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के, परम भक्त कहलाए (O Pawan Putra Hanuman Ram Ke Param Bhakt Kahlaye)

ओ पवन पुत्र हनुमान राम के,
परम भक्त कहलाए,

गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना (Gurudev Daya Karke Mujhko Apna Lena)

मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना,
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना ।

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