माई सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे (Mai Sabke Bal Gopal Sada Khushal Rahe)

माई सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे,

खुशहाल रहे मालामाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥


हंसते रहे नैनो के तारे,

हंसते रहे नैनो के तारे,

पलना में खेले लाल,

सदा खुशहाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥


बहन लगाये दूज का टीका,

बहन लगाये दूज का टीका,

राखी बांधे हर साल,

सदा खुशहाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥


रहे अमर गोदी के खिलौना,

रहे अमर गोदी के खिलौना,

पास ना आवे काल,

सदा खुशहाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥


जुड़े लक्ष्मी इनके अंगना,

जुड़े लक्ष्मी इनके अंगना,

सदा रहे माला माल,

सदा खुशहाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥


माई सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे,

खुशहाल रहे मालामाल रहे,

माईं सबके बाल गोपाल,

सदा खुशहाल रहे ॥

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खाटुश्याम चालीसा (Khatushyam Chalisa )

श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद ।

मंगल की सेवा सुन मेरी देवाMangal Ki Sewa Sun Meri Deva)

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।

भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्याम (Bhar Pichkari Mari Hai Fag Machayo Shyam)

अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्याम,
अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्या,

गुरू प्रदोष व्रत की पूजा विधि

प्रदोष व्रत सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है। हर महीने दो प्रदोष व्रत और पूरे साल में 24 व्रत होते हैं।

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