माँ गौरी के लाल गजानन(Maa Gauri Ke Lal Gajanan)

माँ गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


वीर गणपत उमापुत्र प्यारे,

सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,

सारी श्रष्टि है तेरे सहारे,

मंगल मूर्ति है मूषक वाहन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


मंगल करता सिद्धिदाता विनायक,

बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,

बुद्धि प्रियवक्रतुंड मुक्तिदायक,

भक्त नाचे बजाते है बाजन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


विघ्नहर्ता प्रभु विघ्नेश जी,

कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,

कष्ट काटों मेरे श्री गणेश जी,

लिखते देवेन्द्र अमित मांगे मांगन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

मां गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥


माँ गौरी के लाल गजानन,

आज आओ पधारो मेरे आँगन,

गौरी शंकर के लाल गजानन ॥

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कार्तिक पूर्णिमा: पूजा विधि

भारत में कार्तिक पूर्णिमा एक प्रमुख पर्व के रूप में मनाई जाती है। इस दिन लोग बड़ी संख्या में गंगा तट पर पहुंचकर स्नान करते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।

धरती गगन में होती है (Dharti Gagan Mein Hoti Hai)

धरती गगन में होती है,
तेरी जय जयकार ॥

जिस दिल में आपकी याद रहे(Jis Dil Main Aapki Yaad Rahe)

जिस दिल में आपकी याद रहे
प्रभु दिल मेरा वो दिल करदो

झूम उठा दिल देख नजारा, उस सालासर धाम का(Jhoom Utha Dil Dekho Nazara Us Salasar Dham Ka)

झूम उठा दिल देख नजारा,
उस सालासर धाम का,

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