कृपा करे रघुनाथ जी, म्हने सत देवे सीता माता (Kripa Kare Raghunath Ji Mhane Sat Deve Sita Mata)

कृपा करे रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


जगत पति रघुनाथ जी,

जग जननी सीता माता,

श्री सालासर महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता,

कृपा करें रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


अन्न दाता रघुनाथ जी,

अन्न पूरण सीता माता,

श्री मेहंदीपुर महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता,

कृपा करें रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥


कृपा करे रघुनाथ जी,

म्हने सत देवे सीता माता,

श्री बालाजी महाराज,

म्हारे बल बुद्धि रा दाता ॥

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ब्रह्मा चालीसा (Brahma Chalisa)

जय जय कमलासान जगमूला, रहहू सदा जनपै अनुकूला ।

दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

जय गणेश जय गजवदन, कृपा सिंधु भगवान (Jai Ganesh Jai Gajvadan Kripa Sindhu Bhagwan)

जय गणेश जय गजवदन,
कृपा सिंधु भगवान ।

वायुदेव की पूजा विधि क्या है

सनातन धर्म में वायु देवता बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं। वेदों में इनका कई बार वर्णन मिलता है और इन्हें भीम का पिता और हनुमान के आध्यात्मिक पिता माना जाता है। वायु पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश) में से एक है और इसे जीवन का आधार माना जाता है।

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