केवट राम का भक्त है(Kevat Ram Ka Bhakt Hai)

केवट राम का भक्त है,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,

जल सरयू का गहरा भी है,

पार उसको लगाना पड़ेगा,

केवट राम का भक्त हैं,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा ॥


श्रद्धा जितना भी राम से हो,

उसको सौगात उतना मिलेगा,

भूल जीवन में गलती से हो तो,

राम का नाम लेना पड़ेगा,

केवट राम का भक्त हैं,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा ॥


है वनवास जाना तो क्या,

मार्ग जंगल का मुश्किल तो क्या,

साथ भाई का हरदम मिले तो,

माई सीता को लाना पड़ेगा,

केवट राम का भक्त हैं,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा ॥


सीता कष्टों को झेले तो है,

सुख दुःख की सहेली भी है,

पिता का वचन भी तो है,

इसे हरपल निभाना पड़ेगा,

केवट राम का भक्त हैं,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा ॥


केवट राम का भक्त है,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,

जल सरयू का गहरा भी है,

पार उसको लगाना पड़ेगा,

केवट राम का भक्त हैं,

दोनों चरणों को धोना पड़ेगा ॥

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चोला माटी के हे राम (Chola Maati Ke Hai Ram)

चोला माटी के हे राम,
एकर का भरोसा,

माँ दुर्गा माँ काली की आरती (अम्बे तू है जगदम्बे काली)

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली ।
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करवा चौथ व्रत कथा

सुहागिन महिलाओं और अविवाहित लड़कियों के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण है। यह व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है।

भोले के हाथों में, है भक्तो की डोर (Bhole Ke Hatho Mein Hai Bhakto Ki Dor)

भोले के हाथों में,
है भक्तो की डोर,

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