कथा राम जी की है कल्याणकारी (Katha Ram Ji Ki Hai Kalyankari)

कथा राम जी की है कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे,

अहंकार मद मोह फैला जो भीतर,

उतारेगी सारा जहर धीरे धीरे,

कथा राम जी की हैं कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥


ना मौका मिलेगा कभी झंझटो से,

ना मौका मिलेगा कभी झंझटो से,

जैसे भी हो कुछ समय तो निकालो,

जनम आदमी का मिले ना मिले फिर,

चली जा रही है उमर धीरे धीरे,

कथा राम जी की हैं कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥


अगर चाहता अपना तू कल्याण प्राणी,

अगर चाहता अपना तू कल्याण प्राणी,

तो करते रहो प्रेम सभी प्राणियों से,

विनय वंदना ही अमर साधना है,

बस हिलाते रहो ये अधर धीरे धीरे,

कथा राम जी की हैं कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥


कथा राम जी की है कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे,

अहंकार मद मोह फैला जो भीतर,

उतारेगी सारा जहर धीरे धीरे,

कथा राम जी की हैं कल्याणकारी,

मगर ये करेगी असर धीरे धीरे ॥


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नैनो मे तेरी ज्योति, सांसो में तेरा नाम(Naino Mein Teri Jyoti Sanso Mein Tera Naam)

नैनो में तेरी ज्योति,
सांसो में तेरा नाम ॥

गणेश चालीसा (Ganesh Chalisa)

प्रथम वंदनीय गणेशजी को समर्पित मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की आराधना का विशेष महत्व है।

मेरी आखिओं के सामने ही रहना(Meri Akhion Ke Samne Hi Rehina Oh Shero Wali Jagdambe)

मेरी आखिओं के सामने ही रहना,
माँ शेरों वाली जगदम्बे ।

जानकी नाथ सहाय करें (Janaki Nath Sahay Kare)

जानकी नाथ सहाय करें
जानकी नाथ सहाय करें,

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