कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे - भजन (Kanhaiya Kanhaiya Pukara Karenge Lataon Me Brij Ki Gujara Karenge)

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

उन्ही के चरण चित लगाया करेंगे

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।


बना करके हृदय में हम प्रेम मंदिर

वहीँ उनको झूला झुलाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्हें हम बिठाएंगे आँखों में दिल में

उन्ही से सदा लौ लगाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


जो रूठेंगे हमसे वो बांके बिहारी

चरण को पकड़ हम मनाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्हें प्रेम डोर से हम बाँध लेंगे

तो फिर वो कहा भाग जाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्होंने छुडाये थे गज के वो बंधन

वही मेरे संकट मिटाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्होंने नचाया था ब्रह्माण्ड सारा

मगर अब उन्हें हम नचाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


भजेंगे जहा प्रेम से नन्द नंदन

कन्हैया छवि को दिखाया करेंगे


कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

उन्ही के चरण चित लगाया करेंगे

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

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मोहे होरी में कर गयो तंग ये रसिया माने ना मेरी(Mohe Hori Mein Kar Giyo Tang Ye Rashiyan Mane Na Meri)

मोहे होरी में कर गयो तंग ये रसिया माने ना मेरी,
माने ना मेरी माने ना मेरी,

सोमवती अमावस्या व्रत कथा

अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है। सोमवार को पड़ने की वजह से इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दौरान पितरों की पूजा होती है। दिसंबर माह में सोमवती अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर 2024 को है।

मेरे ओ सांवरे, तूने क्या क्या नहीं किया (Mere O Sanware Tune Kya Kya Nahi Kiya)

मेरे ओ सांवरे,
तूने क्या क्या नहीं किया,

कार्तिगाई दीपम उत्सव से जुड़ी पौराणिक कथा

कार्तिगाई दीपम उत्सव दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो भगवान कार्तिकेय और शिव को समर्पित है। यह उत्सव तमिल माह कार्तिगाई की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की पूर्णिमा तिथि को आयोजित होता है।

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