काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥
मन मोहन मैं तेरा दीवाना,
गाउँ बस अब यही तराना,
श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
तु मेरा मैं तेरा प्यारे,
यह जीवन अब तेरे सहारे,
हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
पागल प्रीत की एक ही आशा,
दर्दे दिल दर्शन का प्यासा,
तेरे हर वादे पे मुझे ऐतबार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
तुझको अपना मान लिया है,
यह जीवन तेरे नाम किया है,
चित्र विचित्र को बस तुमसे ही प्यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥
काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। यह दिन हमारे पूर्वजों यानी पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों का तर्पण करना, पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है। वर्ष 2025 में मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है।
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। यह दिन हमारे पूर्वजों यानी पितरों को समर्पित होता है। इस दिन पितरों का तर्पण करना, पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना बहुत पुण्यदायी माना जाता है। वर्ष 2025 में मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बुधवार को पड़ रही है।
हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को अत्यंत शुभ और पवित्र माना गया है। वर्षभर में 12 अमावस्या तिथियां आती हैं, लेकिन माघ मास में पड़ने वाली मौनी अमावस्या को विशेष आध्यात्मिक महत्ता प्राप्त है।
माघ मास में आने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहा जाता है। मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इस दिन तीर्थराज प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए भारी संख्या में भक्त आते हैं।