झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी (Jjhulan Chalo Hindolana Vrashbhanu Nandni)

झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।


सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

नवघोर घटा छाई,

मेघन झड़ी लगाई, पड़ी बूँद मंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

झूलो पड़यो है प्यारी,

देखो उमर किशोरी, सब दुख निकंदिनि,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

मानो विनय हमारी,

मुखचंद्र की उजियारी, मृदुभाष नंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।

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श्री गिरिराज जी की आरती (Shri Giriraj Ji Ki Aarti)

ॐ जय जय जय गिरिराज,स्वामी जय जय जय गिरिराज।
संकट में तुम राखौ,निज भक्तन की लाज॥

दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

हर देश में तू, हर भेष में तू - प्रार्थना (Har Desh Me Tu Har Bhesh Me Tu)

हर देश में तू, हर भेष में तू,
तेरे नाम अनेक तू एक ही है,

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल (Choti Choti Gaiyan Chote Chote Gwal)

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल ।
छोटो सो मेरो मदन गोपाल ॥

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