जिसने दी है मुझे पहचान, वो अंजनी का लाला है (Jisne Di Hai Mujhe Pahchan Vo Anjani Ka Lala Hai)

जिसने दी है मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है,

जिससे परिवार मेरा खुशहाल,

वो अंजनी का लाला है,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥


सालासर दरबार निराला,

यहाँ कटता है संकट सारा,

जो सुने भक्तो की फरियाद,

वो अंजनी का लाला है,

वो अंजनी का लाला है,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥


कोई भक्त नहीं है ऐसा,

मेरे बालाजी के जैसा,

जिनके ह्रदय में है श्री राम,

वो राम जी का प्यारा है,

वो अंजनी का लाला है,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥


ये दुनिया मतलब की साथी,

बालाजी बस साथ निभासी,

जिनके चरणों में जाऊं बलिहार,

वो बजरंग बाला है,

वो अंजनी का लाला है,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥


मुश्किल घड़ियों में साथ निभाता,

जो बाबा को अरदास लगाता,

ऐसे महावीर से प्रीति लगा,

की होगा तेरा बेडा पार,

बालाजी करेंगे उद्धार,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥


जिसने दी है मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है,

जिससे परिवार मेरा खुशहाल,

वो अंजनी का लाला है,

जिसने दी हैं मुझे पहचान,

वो अंजनी का लाला है ॥

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अथ तन्त्रोक्तं रात्रिसूक्तम् (Ath Tantroktam Ratri Suktam)

तन्त्रोक्तम् रात्रि सूक्तम् यानी तंत्र से युक्त रात्रि सूक्त का पाठ कवच, अर्गला, कीलक और वेदोक्त रात्रि सूक्त के बाद किया जाता है।

इतनी किरपा कीजिये, सालासर हनुमान(Itni Kripa Kijiye Salasar Hanuman)

इतनी किरपा कीजिये
सालासर हनुमान,

जब तें रामु ब्याहि घर आए(Jab Te Ram Bhayai Ghar Aaye)

श्री गुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।

शेरावाली माँ, आए तेरे नवराते (Sherawali Ma Aaye Tere Navraate)

शेरावाली माँ,
आए तेरे नवराते,

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