जरा इतना बता दे कान्हा, कि तेरा रंग काला क्यों - भजन (Jara Etna Bata De Kanha Tera Rang Kala Kyo)

जरा इतना बता दे कान्हा,

कि तेरा रंग काला क्यों ।


श्लोक- श्याम का काला बदन,

और श्याम घटा से काला,

शाम होते ही,

गजब कर गया मुरली वाला ॥


जरा इतना बता दे कान्हा,

कि तेरा रंग काला क्यों,

तु काला होकर भी जग से,

इतना निराला क्यों ॥


मैंने काली रात में जन्म लिया,

और काली गाय का दूध पीया,

कजरे का रंग भी काला,

कमली का रंग भी काला,

इसी लिए मै काला ॥


सखी रोज़ ही घर में बुलाती है,

और माखन बहुत खिलाती है,

सखिओं का दिल भी काला,

इसी लिए मै काला ॥


मैंने काले नाग पर नाच किया,

और काले नाग को नाथ लिया,

नागों का रंग भी काला,

यमुना का रंग भी काला,

इसी लिए मै काला ॥


सावन में बिजली कड़कती है,

बादल भी बहुत बरसतें है,

बादल का रंग भी काला,

बिजली का रंग भी काला,

इसी लिए मै काला ॥


सखी नयनों में कजरा लगाती है,

और नयनों में मुझे बिठाती है,

कजरे का रंग भी काला,

नयनों का रंग भी काला,

इसी लिए मै काला ॥


जरा इतना बता दें कान्हा,

कि तेरा रंग काला क्यों,

तु काला होकर भी जग से,

इतना निराला क्यों ॥

........................................................................................................
मेरे उज्जैन के महाकाल(Mere Ujjain Ke Mahakal )

तेरी होवे जय जयकार,
मेरे उज्जैन के महाकाल,

नामवली: रामायण मनका 108(Namavali: Ramayan Manka 108)

रघुपति राघव राजाराम ।
पतितपावन सीताराम ॥

गाइये गणपति सुबहो शाम(Gaiye Ganpati Subaho Shaam)

गाइये गणपति सुबहो शाम,
मंगलमूर्ति मंगलकारी,

रहे संग तेरा नाम प्रभु हर पल मेरे जीवन में(Rahe Sang Tera Naam Prabhu Har Pal Mere Jeevan Mein)

रहे संग तेरा नाम प्रभु,
हर पल मेरे जीवन में,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने