जपूँ नारायणी तेरो नाम,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
सांचो तेरो धाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
श्रद्धा के भाव से माँ,
करे जो तेरा पूजन,
वहां तू प्यार बहा दे,
जहाँ हो तेरा वंदन,
कितने तीरथ का फल देता,
कितने तीरथ का फल देता,
तेरा माँ एक नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
कभी भी इस जीवन में,
मुसीबत कैसी आए,
तेरे इस नाम से माँ,
करिश्मे हमने पाए,
इसीलिए तो नाम तुम्हारा,
इसीलिए तो नाम तुम्हारा,
जपते सुबहो शाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
देखि सारे जग माहि,
तेरा मंदिर है निराला,
वो ही आवे यहाँ पे,
होवे जो किस्मत वाला,
‘अंकुश’ जो तेरे दर आए,
‘अंकुश’ जो तेरे दर आए,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
जपूँ नारायणी तेरो नाम,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
राणीसती माँ झुँझनवाली,
सांचो तेरो धाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम,
जपूं नारायणी तेरो नाम ॥
भारत देश में बेरोजगारी बड़ी समस्या है। इसका कारण नौकरियों का न होना है। इसी कारण से आज के समय में एक अच्छी नौकरी पाना बहुत से लोगों की जरूरत है। सभी अपने घर का पालन पोषण करने के लिए नौकरी की तलाश में हैं।
हिंदू धर्म में श्राद्ध पूजा का विशेष महत्व है। यह पितरों यानी पूर्वजों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक प्रमुख अनुष्ठान है। जो सदियों से हिंदू संस्कृति में करा जाता है। श्राद्ध संस्कार में पिंडदान, और ब्राह्मण भोजन कराया जाता है।
हिंदू धर्म में एक परिवार के लिए उसका घर एक मंदिर की तरह होता है। ऐसे में वो नहीं चाहेगा, कि घर में किसी तरह की दिक्कत आए। इसी कारण से लोग घर के लिए गृह शांति पूजा करवाते हैं।
शिलान्यास यानि किसी भी नए भवन या योजना की शुरुआत करना। हिंदू धर्म में किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के पहले पूजा करने की परंपरा है। इसी कारण से बहुत से लोग शिलान्यास करने से पहले बहुत से लोग पूजा करते हैं।