Logo

जानकी नाथ सहाय करें (Janaki Nath Sahay Kare)

जानकी नाथ सहाय करें (Janaki Nath Sahay Kare)

जानकी नाथ सहाय करें

जानकी नाथ सहाय करें,

जब कौन बिगाड़ करे नर तेरो


सुरज मंगल सोम भृगु सुत बुध और गुरु वरदायक तेरो

राहु केतु की नाहिं गम्यता,

संग शनीचर होत हुचेरो

जानकी नाथ सहाय करें..


दुष्ट दु:शासन विमल द्रौपदी,

चीर उतार कुमंतर प्रेरो

ताकी सहाय करी करुणानिधि,

बढ़ गये चीर के भार घनेरो

जानकी नाथ सहाय करें..


जाकी सहाय करी करुणानिधि,

ताके जगत में भाग बढ़े रो

रघुवंशी संतन सुखदाय,

तुलसीदास चरनन को चेरो


जब जानकी नाथ सहाय करें,

जब जानकी नाथ सहाय करे,

तब कौन बिगाड़ करे नर तेरो

........................................................................................................
भजहु रे मन श्री नंद नंदन (Bhajahu Re Mann Shri Nanda Nandan)

भजहु रे मन श्री नंद नंदन
अभय-चरणार्विन्द रे

भजामि शंकराये नमामि शंकराये (Bhajami Shankaraye Namami Shankaraye)

भजामि शंकराये नमामि शंकराये,
त्रिलोचनाये शूलपाणी चंद्र शेखराये,

भजन बिना चैन ना आये राम (Bhajan Bina Chain Na Aaye Ram)

बैठ के तु पिंजरे में,
पंछी काहे को मुसकाय,

भजन करो मित्र मिला आश्रम नरतन का (Bhajan Karo Mitra Mila Ashram Nartan Ka)

बैठ के तु पिंजरे में,
पंछी काहे को मुसकाय,

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang