इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना(Itni Kirpa Sanware Banaye Rakhna)

इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥


मैं तेरा तू मेरा बाबा,

मैं राजी तू राजी,

तेरे नाम पे लिख दी मैंने,

इस जीवन की बाजी,

लाज तुम्हारे हाथ है बचाए रखना,

लाज तुम्हारे हाथ है बचाए रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥


हाथ जोड़ मैं करूँ प्रार्थना,

भूल कभी ना जाना,

तेरे दर पे बना रहे बस,

मेरा आना जाना,

दिन पे दिन ये सिलसिला बढ़ाये रखना,

दिन पे दिन ये सिलसिला बढ़ाये रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥


तेरे प्रेमियों में मन लगता,

और कही ना लागे,

फीका फीका ये जग सारा,

भजन भाव के आगे,

भजनों की इस भूख को जगाए रखना,

भजनों की इस भूख को जगाए रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥


जनम जनम तक तेरा मेरा,

साथ कभी ना छूटे,

टूट जाए साँसों की लड़िया,

तार कभी ना टूटे,

गोदी में इस ‘बिन्नू’ को बिठाए रखना,

गोदी में इस ‘बिन्नू’ को बिठाए रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥


इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना,

मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

इतनी किरपा सांवरे ॥

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कजरी तीज 2024 (Kajari Teej 2024)

मां पार्वती शिव को वर के रूप में पाने के लिए रखा था कजरी तीज का व्रत, सुहाग की रक्षा और संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है

राधे राधे कहिए लगदे नहीं रुपये(Radhe Radhe Kahiye Lagde Nahi Rupaiye )

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मैं आया हूं तेरे द्वारे, गणराज गजानन प्यारे - भजन (Main Aaya Hoon Tere Dware Ganaraj Gajanan Pyare)

मैं आया हूँ तेरे द्वारे,
गणराज गजानन प्यारे ॥

किस दिन है चंपा षष्ठी का व्रत

चंपा षष्ठी का पर्व भारत के प्राचीन त्योहारों में से एक है, जो विशेष रूप से भगवान शिव के खंडोबा स्वरूप और भगवान कार्तिकेय की पूजा के लिए समर्पित है। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को यह व्रत मनाया जाता है।

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