नवीनतम लेख
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
भूमि अगन पवन में,
सागर पहाड़ बन में,
उसकी सभी भुवन में,
छाया समा रही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
उसने तुझे बनाया,
जब खेल ये दिखाया,
तू क्यों फिरे भुलाया,
उमरा बिता रही है ।
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
विषयो की छोड़ आशा,
सब झुटे है तमाशा,
हैरान हु में खुद भी,
अब माया फसा रही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
दुनिया से दिल हटाले,
प्रभु ध्यान में लगा ले,
ब्रम्हानंद मोक्ष पा ले,
कल का पता नही है ।
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
........................................................................................................'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।