हे राम, हे राम (Hey Ram, Hey Ram)

हे राम, हे राम

जग में साचो तेरो नाम

हे राम, हे राम


तू ही माता, तू ही पिता है

तू ही माता, तू ही पिता है

तू ही तो है, राधा का श्याम

हे राम, हे राम


तू अंतर्यामी, सबका स्वामी

तू अंतर्यामी, सबका स्वामी

तेरे चरणों में, चारो धाम

हे राम, हे राम


तू ही बिगड़े, तू ही सवारे

तू ही बिगड़े, तू ही सवारे

इस जग के, सारे काम

हे राम, हे राम


तू ही जगदाता, विश्वविधता

तू ही जगदाता, विश्वविधता

तू ही सुबह, तू ही शाम

हे राम, हे राम


हे राम, हे राम

जग में साचो तेरो नाम

हे राम, हे राम

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बसंत पंचमी पर गुलाल क्यों चढ़ाते हैं?

हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन सरस्वती पूजा की जाती है। इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को मनाई जाएगी।

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू (Mere Bhole Baba Jatadhari Shambhu)

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू,
हे नीलकंठ त्रिपुरारी हे शम्भू ॥

अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के यम-नियम

हर साल पौष महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि अखुरथ संकष्टी चतुर्थी होती है। हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी काफ़ी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

जिसके लिए हर मुश्किल, काम आसान है (Jiske Liye Har Mushkil Kaam Aasan Hai)

जिसके लिए हर मुश्किल,
काम आसान है,

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