हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है (Hamako Apani Bharat Ki Mati Se Anupam Pyar Hai)

इस धरती पर जन्म लिया था दसरथ नंन्दन राम ने,

इस धरती पर गीता गायी यदुकुल-भूषण श्याम ने ।

इस धरती के आगे झुकता मस्तक बारम्बार है ॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥


इस धरती की गौरव गाथा गायी राजस्थान ने,

इस पुनीत बनाया अपने वीरों के बलिदान ने ।

मीरा के गीतों की इसमें छिपी हुई झंकार है ॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥


कण-कण मंदिर इस माटी का कण-कण में भगवान् है,

इस माटी से तिलक करो यह मेरा हिन्दुस्तान है ।

इस माटी का रोम रोम भारत का पहरेदार है॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥

हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥

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बाबा मुझे ये तो बता कोई इतना भी देता है क्या (Baba Mujhe Ye To Bata Koi Itna Bhi Deta Hai Kya)

बाबा मुझे ये तो बता,
कोई इतना भी देता है क्या,

मासिक दुर्गाष्टमी स्तोत्र

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस साल मासिक दुर्गा अष्टमी का पहला व्रत 07 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।

मासिक शिवरात्रि पर जलाभिषेक

प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। ये दिन भगवान शिव को समर्पित होती है। इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है।

मैं सहारे तेरे, श्याम प्यारे मेरे (Main Sahare Tere, Shyam Pyare Mere)

मैं सहारे तेरे,
श्याम प्यारे मेरे,

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