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हार के आया मैं जग सारा (Haare Ka Sahara Mera Shyam)

हार के आया मैं जग सारा (Haare Ka Sahara Mera Shyam)

हार के आया मैं जग सारा,

तेरी चौखट पर,

तुमसे ही है सारी उम्मीदें,

तुम ही लोगे खबर,

सब कहते है अपने भगत की,

श्याम हमेशा पत रखता है,

हारे का सहारा मेरा श्याम,

हमेशा मेरी लाज रखता है ॥


जग से रिश्ता तोड़ दिया है,

तुझसे नाता जोड़ लिया है,

तुझको ही माना साथी अपना,

तुझपे ही सबकुछ छोड़ दिया है,

तेरी दया से मेरा दीपक,

तूफानों में भी जलता है,

हारें का सहारा मेरा श्याम,

हमेशा मेरी लाज रखता है ॥


कलयुग की सरकार तू ही है,

जीवन का आधार तू ही है,

क्यों भटकूं मैं दर दर जाकर,

श्याम मेरा संसार तू ही है,

तेरी कृपा का हाथ है जबसे,

हर संकट खुद ही टलता है,

हारें का सहारा मेरा श्याम,

हमेशा मेरी लाज रखता है ॥


हार के आया मैं जग सारा,

तेरी चौखट पर,

तुमसे ही है सारी उम्मीदें,

तुम ही लोगे खबर,

सब कहते है अपने भगत की,

श्याम हमेशा पत रखता है,

हारे का सहारा मेरा श्याम,

हमेशा मेरी लाज रखता है ॥

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भगवान नरसिंह के 5 प्रसिद्ध मंदिर

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु के उग्र रूप में नरसिंह भगवान की पूजा की जाती है। भारत में कई मंदिर हैं जो उनकी पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां हम पांच प्रमुख नरसिंह मंदिरों की जानकारी देंगे, जो धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

छिन्नमस्ता जयंती 2025

छिन्नमस्ता जयंती दस महाविद्याओं में से छठी देवी के रूप में प्रतिष्ठित देवी छिन्नमस्ता की जयंती है। इस वर्ष यह रविवार 11 मई को मनाई जाएगी। यह दिन विशेष रूप से तांत्रिक साधकों और शक्ति साधकों के लिए महत्वपूर्ण होता है। आइए जानते हैं इस दिन की पूजा विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में।

माता पार्वती ने छिन्नमस्ता अवतार क्यों लिया था

मां छिन्नमस्ता, जिन्हें तंत्र साहित्य में दस महाविद्याओं में तीसरे स्थान पर रखा गया है, वह मां पार्वती का उग्र रूप मानी जाती हैं। उनकी उत्पत्ति की कथा अत्यंत रहस्यमय है, जो भक्तों को त्याग, बलिदान और आत्मरक्षा की दिशा में प्रेरित करती है।

छिन्नमस्तिका देवी मंदिर का रहस्य

झारखंड राज्य के रामगढ़ जिले में स्थित रजरप्पा का छिन्नमस्तिका देवी मंदिर एक अद्भुत शक्तिपीठ है, जहां बिना सिर वाली देवी की पूजा की जाती है। यह मंदिर तांत्रिक विद्या के लिए भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह स्थान विशेष और रहस्यमय महत्व रखता है।

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