गुरु बिन घोर अँधेरा संतो (Guru Bina Ghor Andhera Re Santo)

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो,

गुरु बिन घोर अँधेरा जी ।

बिना दीपक मंदरियो सुनो,

अब नहीं वास्तु का वेरा हो जी ॥


जब तक कन्या रेवे कवारी,

नहीं पुरुष का वेरा जी ।

आठो पोहर आलस में खेले,

अब खेले खेल घनेरा हो जी ॥


मिर्गे री नाभि बसे किस्तूरी,

नहीं मिर्गे को वेरा जी ।

रनी वनी में फिरे भटकतो,

अब सूंघे घास घणेरा हो जी ॥


जब तक आग रेवे पत्थर में,

नहीं पत्थर को वेरा जी ।

चकमक छोटा लागे शबद री,

अब फेके आग चोपेरा हो जी ॥


रामानंद मिलिया गुरु पूरा,

दिया शबद तत्सारा जी ।

कहत कबीर सुनो भाई संतो,

अब मिट गया भरम अँधेरा हो जी ॥

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शंकर जी की आरती (Shri Shankar Ji Ki Aarti)

जयति जयति जग-निवास,शंकर सुखकारी॥
जयति जयति जग-निवास,शंकर सुखकारी॥

मुश्किल करे आसान जो, वो नाम तो हनुमान है (Mushkil Kare Aasan Jo Vo Naam To Hanuman Hai)

मुश्किल करे आसान जो,
वो नाम तो हनुमान है,

क्या है वैदिक मंत्र पढ़ने के नियम?

धार्मिक शास्त्रों में वैदिक मंत्र जाप को अत्यधिक महत्वपूर्ण बताया गया है। आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी वैदिक मंत्र जाप के कई लाभ हैं।

आओ बालाजी, आओं बालाजी (Aao Balaji Aao Balaji)

आओ बालाजी,
आओं बालाजी,

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