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गोरी सुत गणराज पधारो (Gauri Sut Ganraj Padharo)

गोरी सुत गणराज पधारो (Gauri Sut Ganraj Padharo)

गौरी सूत गणराज पधारो,

आके सारे काज सवारों,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


सारे देवो में पहले तुझको मनाये,

तू ही दयालु सारे विघ्न हटाये,

गिरजा के प्यारे बाबा शिव के दुलारे,

दुखड़ो से आके देवा हमको उबारो,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


गोरी सुत गणराज पधारो,

आके सारे काज सवारों,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


रिद्धि सिद्धि के दाता आप कहाए,

कृपा दिखाओ दाता गुण तेरे गए,

भक्तो की नैया अब है तेरे सहारे,

अटकी कश्ती को आके पार उतारो,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


गोरी सूत गणराज पधारो,

आके सारे काज सवारों,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


मलिया गिरी चंदन का टिका लगाऊं,

लड़वन का देवा तेरे भोग लगाऊं,

‘हर्ष’ दीवाना तेरी बाट निहारे,

मेरे भी अटके सारे काज सुधारो,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


गौरी सूत गणराज पधारो,

आके सारे काज सवारों,

तुझको आना होगा,

तुझको आना होगा ॥


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Shri Guru Gorakhnath Chalisa (श्री गोरखनाथ चालीसा)

गणपति गिरजा पुत्र को । सुमिरूँ बारम्बार ।
हाथ जोड़ बिनती करूँ । शारद नाम आधार ॥

श्री भैरव चालीसा (Shri Bhairav ​​Chalisa)

श्री गणपति गुरु गौरी पद, प्रेम सहित धरि माथ ।
चालीसा वंदन करो, श्री शिव भैरवनाथ ॥

श्री नवग्रह चालीसा (Shri Navgraha Chalisa)

श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय ।
नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय ॥

श्री विश्वकर्मा चालीसा (Shri Vishwakarma Chalisa)

श्री विश्वकर्म प्रभु वन्दऊं, चरणकमल धरिध्यान।
श्री, शुभ, बल अरु शिल्पगुण, दीजै दया निधान॥

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