दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ(Dedo Apni Pujarin Ko Vardan Maa)

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ,

मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु,

मुझसे हो न जुदा मेरा भगवान माँ,

मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु ॥


मैं दिन रात तुमसे यही मांगती,

साया सिर पे रहे मेरे सरताज का,

और इस के सिवा कुछ नहीं मांगती,

बस यही इक दिल में है अरमान माँ ।

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ ॥


कोई मंदिर सजे न बिना मूर्ति ,

बिन खवैया के नैया है किस काम की,

इस बगियाँ का माली सलामत रहे,

माला जपती रहूँ मैं तेरे नाम की ।

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ ॥


मेरे जीवन का मालिक है जो देवता,

उम्र मेरी भी उस को लगा देना माँ,

उनकी सांसो में सांसे ये घुलती रहे,

दिल से मुझको यही बस दुआ देना माँ,

तेरा होगा बड़ा ही एहसान माँ ।

दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ ॥


दे दो अपनी पुजारन को वरदान माँ,

मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु ,

मुझसे हो न जुदा मेरा भगवान माँ,

मैया जब तक जियु मैं सुहागन जियु ॥

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भोले तेरी लीला अनोखी (Bhole Teri Leela Anokhi)

भोले तेरी लीला अनोखी,
शंकर तेरी लीला अनोखी,

महाकाल नाम जपिये, झूठा झमेला (Mahakal Naam Japiye Jutha Jhamela)

महाकाल नाम जपिये,
झूठा झमेला झूठा झमेला,

विनायक चतुर्थी की पौराणिक कथाएं

हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का व्रत किया जाता है। इस खास अवसर पर गणपति की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही विशेष प्रकार का व्रत भी किया जाता है।

कार्तिक मास के फायदे

कार्तिक मास के दौरान लोग दिल खोल कर दान पुण्य करते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में बसे वैसे लोग जो गंगा किनारे नहीं हैं वे कार्तिक माह में गंगा किनारे आकर रहते हैं।

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