दर्श करा दे मेरे सांवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
म्हारी हालत बस तू ही जाने,
रो रो गुज़ारू दिल ना माने,
कैसे जियुं श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
एक बस तू ही दिखे मुझको,
दिल की सुनाउँ मैं किसको,
धीर बंधाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
मेरा भरोसा बस एक तू,
दिल में श्याम एक बस तू,
पीर मिटाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
प्रेम का डोरी से तूने बाँधा,
‘दीपक’ श्याम से जन्मों का नाता,
दर्श दिखाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
दर्श करा दे मेरे सांवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए। मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए॥
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं, त्रिजन्मपापसंहारं एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥1॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥