चटक रंग में (Chatak Rang Me)

चटक रंग में, मटक रंग में,

धनीलाल रंग में, गोपाल रंग में ।


श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

मनमोहन सलोन, रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


ग्वाल बाल संग होली खेलत गोपाल,

मधुसूदन मनमोहने रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


करत ठिठोल बाजवे मुरली,

इर्ली को रिझावे इतरावे उरली,

गाजे बाजे ढोल गावे ध्रुपद धमार

आपा धापी गोपियो में मच रही रार

भर-भर पिचकारी तिरछी-तिरछी धारी धाल


मधुसूदन मनमोहने रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल


ताली की टंकार, रंगो की गगरी

घंटो की गुंजार सुनावे कजरी

रंगो की फुहार भीगे नाद सुर ताल

अरे वैजंती बसंती रंग गई अचराज में नंद लाल

मायावी कान्हा ने रंग दियो थल अंबर पाताल


माधव मदन मुरारी रंग गए, रंग गए

ओह रंग गए नीले पीले लाल

श्याम रंग संग होली खेलत गोपाल,

मनमोहन सलोन रंग गए, रंग गए

ओ रंग गए नीले पीले लाल

मनमोहन सलोन रंग गए, रंग गए

ओह रंग गए नीले पीले लाल


........................................................................................................
लिङ्गाष्टकम् (Lingashtakam)

ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

आयी बरसाने वाली है आयी (Aayi Barsane Wali Hai Aayi)

आयी बरसाने वाली है आयी,
रास रचते है कृष्ण कन्हाई ॥

जीवित्पुत्रिका व्रत, शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि

भारत में विभिन्न त्योहारों और व्रतों का महत्व है, जिनमें से एक जीवित्पुत्रिका व्रत है। इसे जीतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए रखती हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।