नवीनतम लेख
हर इक डगर पे हरपल,
जो मेरे साथ हैं,
भोलेनाथ है वो मेरे,
भोलेनाथ हैं,
देवों के देव हैं वो,
नाथों के नाथ हैं,
भोलेनाथ हैं वो मेरे,
भोलेनाथ हैं ॥
नीलकंठ महादेव विष को पिये हैं,
असुरों देवों को वर एक सा दिए हैं,
फर्क न किये,
हर कष्ट हर लिए,
जिनके आगे प्राणी सब,
जोड़े हाथ है,
भोलेनाथ हैं वो मेरे,
भोलेनाथ हैं ॥
हाथ में त्रिशूल है बाघम्बर कमर में,
दूजे हाथ डमरू है बाजे नाद स्वर में,
नन्दी पे सवार,
हैं भोले त्रिपुरार,
जटा में हैं गंगा और,
चन्द्र माथ है,
भोलेनाथ हैं वो मेरे,
भोलेनाथ हैं ॥
जल जो चढ़ाए उसे यम से उबारे,
बेल के चढाने से भरते भंडारे,
दूध अक्षत के संग,
धतूरा और भँग,
वैभव सुख धन की करते,
बरसात हैं,
भोलेनाथ हैं वो मेरे,
भोलेनाथ हैं ॥
हर इक डगर पे हरपल,
जो मेरे साथ हैं,
भोलेनाथ है वो मेरे,
भोलेनाथ हैं,
देवों के देव हैं वो,
नाथों के नाथ हैं,
भोलेनाथ हैं वो मेरे,
भोलेनाथ हैं ॥
........................................................................................................'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।