भोले शंकर मैं तुम्हारा, लगता नहीं कोई (Bhole Shankar Main Tumhara Lagta Nahi Koi)

भोले शंकर मैं तुम्हारा,

लगता नहीं कोई,

पर जितना किया तुमने,

करता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥


जब जब भी दिल ये मेरा,

उदास होता है,

तू मेरे पास खड़ा,

अहसास होता है,

ढूंढा तेरे जैसा भोले,

मिलता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥


कोई भी मुसीबत को,

ना पास भटकने दे,

बेटे की अँखियों से,

ना आंसू टपकने दे,

जज्बा तेरे जैसा बाबा,

रखता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥


जब जब भी पुकारूँ मैं,

जब भी फरियाद करूँ,

मुझे ऐसा लगता है,

तुमको नाराज करूँ,

वो गलती करता हूँ जो,

करता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥


‘बनवारी’ प्यार मेरा,

पहचानता नहीं,

मेरी गोद में बैठा है,

तू जानता नहीं,

गोदी में किसी को यूँ ही,

रखता नहीं कोई,

ये मत कहना तू मेरा,

लगता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥


भोले शंकर मैं तुम्हारा,

लगता नहीं कोई,

पर जितना किया तुमने,

करता नहीं कोई,

भोले शंकर मै तुम्हारा,

लगता नहीं कोई ॥

........................................................................................................
भक्तो के द्वार पधारो (Bhakto Ke Dwar Padharo)

भक्तो के द्वार पधारो,
प्यारे गौरी के ललन,

भाद्रपद शुक्ल की वामन एकादशी (Bhadrapad Shukal Ke Vaman Ekadashi )

इतनी कथा सुनकर पाण्डुनन्दन ने कहा- भगवन्! अब आप कृपा कर मुझे भाद्र शुक्ल एकादशी के माहात्म्य की कथा सुनाइये और यह भी बतलाइये कि इस एकादशी का देवता कौन है और इसकी पूजा की क्या विधि है?

मैय्या का चोला है रंगला

हो, लाली मेरी मात की, जित देखूँ तित लाल
लाली देखन मैं गया, मैं भी हो ग्या लाल

ललिता जयंती पर होती है राधा रानी की सबसे प्रिय सखी की पूजा, जानिए क्या है पौराणिक महत्व

हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण और राधा को प्रेम का प्रतीक माना गया है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने