भोले बाबा ने यूँ ही बजाया डमरू (Bhole Baba Ne Yuhi Bajaya Damru)

भोले बाबा ने यूँ ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


यहाँ ब्रह्मा चले वहाँ विष्णु चले,

माँ लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया,

भोले बाबा ने यु ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


यहाँ सूरज चले वहाँ चंदा चले,

वहाँ तारो का मन भी मगन हो गया,

भोले बाबा ने यु ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


यहाँ राम चले सीता लक्ष्मण चले,

वहाँ हनुमत का मन भी मगन हो गया,

भोले बाबा ने यु ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


यहाँ कृष्ण चले वहाँ राधा चले,

वहाँ मीरा का मन भी मगन हो गया,

भोले बाबा ने यु ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


भोले बाबा ने यूँ ही बजाया डमरू,

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

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श्री गिरीराज चालीसा (Shri Giriraj Chalisa)

बन्दहुँ वीणा वादिनी धरि गणपति को ध्यान |
महाशक्ति राधा सहित, कृष्ण करौ कल्याण ||

श्री झूलेलाल चालीसा (Shri Jhulelal Chalisa)

जय जय जल देवता,जय ज्योति स्वरूप ।
अमर उडेरो लाल जय,झुलेलाल अनूप ॥

कांच ही बांस के बहंगिया (Kaanch Hi Baans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकति जाए।

भाई दूज 2024 तिथि: भाई दूज कब है, जानिए सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

पांच दिवसीय दीपावली त्योहार का समापन भाई दूज के साथ होता है। भाई दूज विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर में शुक्ल पक्ष के दूसरे चंद्र दिवस पर मनाया जाता है।

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