कृपा मिलेगी श्री राम जी की(Kirpa Milegi Shri Ramji Ki)

किरपा मिलेगी श्री राम जी की,

भक्ति करो, भक्ति करो,

दया मिलिगी हनुमान जी की,

राम जपो, राम जपो,

दुष्ट दलन हनुमान है,

हनुमान मेरे,

जय हनुमान, जय हनुमान

पतित पावन राम है,

श्री राम मेरे,

जय सिया राम, जय सिया राम

मूरत रख श्री राम की,

मन ध्यान धरो,

ध्यान धरो, ध्यान धरो

भक्ति करो, भक्ति करो

॥ किरपा मिलेगी श्री राम जी...॥


सकल अमंगल हर लेंगे,

हनुमान मेरे,

जय हनुमान, जय हनुमान

तन मन पवन कर देंगे,

श्री राम मेरे,

जय सिया राम, जय सिया राम

शीश झुका कर चरणों में,

प्रणाम करो, प्रणाम करो

भक्ति करो, भक्ति करो

॥ किरपा मिलेगी श्री राम जी...॥


शंकर स्वयं केसरी नंदन,

जय हनुमान,

जय हनुमान, जय हनुमान

विष्णु रूप भगवन है.

मेरे श्री राम,

जय सिया राम, जय सिया राम

विष्णु महेश की लीला का,

गन गान करो,

गान करो, गान करो

भक्ति करो, भक्ति करो

॥ किरपा मिलेगी श्री राम जी...॥


राम से बड़े है भक्त राम के,

जय हनुमान,

जय हनुमान, जय हनुमान

जो नित राम की महिमा गावे,

जय सिया राम, जय सिया राम

अर्पित प्रभु पूजन में जीवन,

प्राण करो, प्राण करो

भक्ति करो, भक्ति करो

॥ किरपा मिलेगी श्री राम जी...॥


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इंदिरा एकादशी की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। पूरे साल में 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं, जिनमें से सितंबर माह में दो महत्वपूर्ण एकादशी हैं: परिवर्तिनी एकादशी और इंदिरा एकादशी।

हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ(Hey Shambhu Baba Mere Bhole Nath)

शिव नाम से है,
जगत में उजाला ।

कनकधारा स्तोत्रम् (Kanakdhara Stotram)

अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्तीभृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्।
अङ्गीकृताऽखिल-विभूतिरपाङ्गलीलामाङ्गल्यदाऽस्तु मम मङ्गळदेवतायाः॥1॥

मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान (Marne Wala Hai Bhagwan Bachane Wala Hai Bhagwan)

श्रद्धा रखो जगत के लोगो,
अपने दीनानाथ में ।

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