बालाजी के भक्तों सुनलो, बाबा का गुण गाया करो (Balaji Ke Bhakto Sun Lo Baba Ka Gun Gaya Karo)

बालाजी के भक्तों सुनलो,

बाबा का गुण गाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥


पवन देव के लाल और माँ,

अंजनी सुत का ध्यान धरो,

दुःख और कष्ट सताए जब जब,

याद उन्हें बस किया करो,

सुन्दरकाण्ड का वर्णन उनकी,

महिमा रोज सुनाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥


दिन मंगल का जब भी आए,

बाबा का उपवास करो,

लाल लंगोटा सिंदूर चढ़ाकर,

चालीसा का पाठ करो,

देसी घी के साथ चूरमा,

उनको भोग लगाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥


चरण पकड़ लिए हनुमत के जब,

राम जी कैसे भागेंगे,

राम की जब अनुकम्पा होगी,

सोए भाग्य भी जागेंगे,

स्वामी सेवक के रिश्ते का,

कुछ तो लाभ उठाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥


बड़े दयालु बाला मेरे,

लोग ये सारे कहते है,

भरे हुए भंडारों से वो,

झोलियाँ भरते रहते है,

जीवन मोड़ लिखे तो ‘बबली’,

बड़े प्रेम से गाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥


बालाजी के भक्तों सुनलो,

बाबा का गुण गाया करो,

श्रद्धा और विश्वास प्रेम से,

उनकी ज्योत जगाया करो ॥

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राधिका गोरी से बिरज की छोरी से - बाल लीला (Bal Leela Radhika Gori Se Biraj Ki Chori Se)

राधिका गोरी से बिरज की छोरी से,
मैया करादे मेरो ब्याह

हरियाली अमावस्या : पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पर्यावरण संरक्षण का अनोखा पर्व

आज 4 अगस्त यानी रविवार को हरियाली अमावस्या है, ये तिथि भगवान शिव को समर्पित श्रावण मास की एक विशेष तिथि है जो हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। माना जाता है कि साल के इस समय धरती हरियाली की चादर से ढक जाती है इसलिए श्रावण अमावस्या को हरियाली का त्यौहार कहा जाता है।

आली री मोहे लागे वृन्दावन नीको ( (Aali Ri Mohe Lage Vrindavan Neeko)

लागे वृन्दावन नीको,
सखी मोहे लागे वृन्दावन नीको।

शिवाष्ट्कम्: जय शिवशंकर, जय गंगाधर.. पार्वती पति, हर हर शम्भो

जय शिवशंकर, जय गंगाधर, करुणाकर करतार हरे,
जय कैलाशी, जय अविनाशी, सुखराशी सुख-सार हरे,

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