बजरंगबली आओ, हनुमान चले आओ (Bajrangbali Aao Hanuman Chale Aao)

बजरंगबली आओ,

हनुमान चले आओ,

माँ अंजनी के प्यारे,

बालाजी आ जाओ ॥


महावीर तुम्हारे हम,

दर्शन अभिलाषी है,

तुम आकर भक्तो को,

प्रभु दरश दिखा जाओ ॥


श्री राम दुलारे हो,

करते हो दया सब पर,

मेरी नाव भवर में है,

मुझे पार लगा जाओ ॥


हमें संकट ने घेरा,

तुम बिन ना कोई मेरा,

बाबा संकट दूर करो,

किरपा बरसा जाओ ॥


श्री राम काज किये,

सबके दुःख हरते हो,

बालाजी मेरे भी,

कष्टों को मिटा जाओ ॥


हम तुम्हे मनाते है,

श्रद्धा से बुलाते है,

भक्तो की विनती पर,

दो ध्यान चले आओ ॥


तुम पर ही भरोसा है,

विश्वास तुम्हारा है,

हम दीनो के बाबा,

तुम भाग्य जगा जाओ ॥


बजरंगबली आओ,

हनुमान चले आओ,

माँ अंजनी के प्यारे,

बालाजी आ जाओ ॥

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अनंत पूजा और विश्वकर्मा पूजा का विशेष संगम

17 सितंबर को एक खास दिन है, जब अनंत चतुर्दशी व्रत, अनंत पूजा और बाबा विश्वकर्मा पूजा एक साथ मनाए जाएंगे। यह दिन भगवान विष्णु और भगवान विश्वकर्मा की विशेष आराधना का अवसर है। इन दोनों पूजा विधियों के धार्मिक महत्व और अनुष्ठानों पर आइए विस्तार से नजर डालते हैं

तकदीर मुझे ले चल, मैय्या जी की बस्ती में

दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,
( दरबार में हर रंग के दीवाने मिलेंगे,)

बैल की सवारी करे डमरू बजाये (Bail Ki Sawari Kare Damroo Bajaye)

बैल की सवारी करे डमरू बजाये
जग के ताप हरे सुख बरसाये

अरे रे मेरी जान है राधा (Are Re Meri Jaan Hai Radha)

अरे रे मेरी जान है राधा,
तेरे पे क़ुर्बान मैं राधा,

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