बजरंगबली आओ,
हनुमान चले आओ,
माँ अंजनी के प्यारे,
बालाजी आ जाओ ॥
महावीर तुम्हारे हम,
दर्शन अभिलाषी है,
तुम आकर भक्तो को,
प्रभु दरश दिखा जाओ ॥
श्री राम दुलारे हो,
करते हो दया सब पर,
मेरी नाव भवर में है,
मुझे पार लगा जाओ ॥
हमें संकट ने घेरा,
तुम बिन ना कोई मेरा,
बाबा संकट दूर करो,
किरपा बरसा जाओ ॥
श्री राम काज किये,
सबके दुःख हरते हो,
बालाजी मेरे भी,
कष्टों को मिटा जाओ ॥
हम तुम्हे मनाते है,
श्रद्धा से बुलाते है,
भक्तो की विनती पर,
दो ध्यान चले आओ ॥
तुम पर ही भरोसा है,
विश्वास तुम्हारा है,
हम दीनो के बाबा,
तुम भाग्य जगा जाओ ॥
बजरंगबली आओ,
हनुमान चले आओ,
माँ अंजनी के प्यारे,
बालाजी आ जाओ ॥
महाकुंभ के अमृत स्नान की शुरुआत हो चुकी है। बता दें कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक यह भव्य महाकुंभ चलेगा। धार्मिक मान्यता है कि 144 सालों बाद इस तरह का शुभ योग इस बार के महाकुंभ में बना है।
महाकुंभ का पहला अमृत स्नान पुष्य और पुनर्वसु नक्षत्र में आरंभ हो चुका है। प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी के पूजन के उपरांत नागा साधु शिव के स्वरूप में खुद को सजा चुके हैं।
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में इस बार कई अनोखी चीजें देखने को मिल रही हैं। संगम नगरी प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में देश-विदेश से हजारों संत पहुंचे हैं। बता दें कि इस बार के महाकुंभ में ऐसी कई चीजें लोगों को पहली बार देखने को मिली हैं।
महाकुंभ, हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और पवित्र त्योहारों में से एक है। यह एक ऐसा धार्मिक समागम है जिसके लिए करोड़ों लोग देश-विदेश से आते हैं।