बाबा महाकाल तेरा, सारा जग दीवाना है (Baba Mahakal Tera, Sara Jag Deewana Hai)

बाबा महाकाल तेरा,

सारा जग दीवाना है,

मैं भी दर पे आया हूँ,

छोड़कर जमाना है ॥


दर्श मुझको दे देना,

आस ये लगी दिल में,

दर्श मैंने माँगा है,

माँगा ना खजाना है,

बाबा महांकाल तेरा,

सारा जग दीवाना है ॥


बाबा तीनो लोको में,

तेरा लोक है भारी,

महाकाल लोक तेरा,

सबसे सुहाना है,

बाबा महांकाल तेरा,

सारा जग दीवाना है ॥


आके तेरी चौखट पे,

‘प्रेमी’ हो गया पागल,

महाकाल मंदिर में,

अब मेरा ठिकाना है,

बाबा महांकाल तेरा,

सारा जग दीवाना है ॥


बाबा महाकाल तेरा,

सारा जग दीवाना है,

मैं भी दर पे आया हूँ,

छोड़कर जमाना है ॥

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महाकाल की नगरी मेरे मन को भा गई (Mahakal Ki Nagri Mere Maan Ko Bha Gayi)

मेरे भोले की सवारी आज आयी,
मेरे शंकर की सवारी आज आयी,

शिवलिंग पर जल चढ़ाने की कथा

सनातन धर्म में भगवान शिव को सुख-सौभाग्य, सत्य और आस्था का प्रतीक माना जाता है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिल सकती है।

तेरी महिमा सभी ने बखानी(Teri Mahima Sabhi Ne Bakhani )

तेरी महिमा सभी ने बखानी,
दया हमपे करो अम्बे रानी ॥

दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा को क्या भोग लगाएं

हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत अत्यंत शुभ माना गया है। यह पर्व हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत के साथ उन्हें विशेष भोग अर्पित करने का विधान है।

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