अरे माखन की चोरी छोड़ साँवरे मैं समझाऊँ तोय (Are Makhan Ki Chori Chhod Sanvare Main Samjhau Toye)

अरे माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय,

मैं समझाऊँ तोय,

कन्हैया मैं समझाऊँ तोय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥


नव लख धेनु तेरे बाबा के,

नव लख धेनु तेरे बाबा के,

नित नयो माखन होय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥


कमी नाही तेरे काहू की,

कमी नाही तेरे काहू की,

हँसी हमारी होय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥


बरसाने ते तेरी होय सगाई,

बरसाने ते तेरी होय सगाई,

नित प्रति चर्चा होय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥


बड़े घरन की राजदुलारी,

बड़े घरन की राजदुलारी,

नाम धरेंगी तोय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥


अरे माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय,

मैं समझाऊँ तोय,

कन्हैया मैं समझाऊँ तोय,

अरें माखन की चोरी छोड़,

साँवरे मैं समझाऊँ तोय ॥

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बड़े बलशाली है, बाबा बजरंग बली(Bade Balshali Hai Baba Bajrangbali)

जड़ से पहाड़ों को,
डाले उखाड़,

बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए (Beta Jo Bulaye Maa Ko Aana Chahiye)

मैया जी के चरणों मे ठिकाना चाहिए।
बेटा जो बुलाए माँ को आना चाहिए॥

मान अकबर का घटाया है (Maan Akbar Ka Ghataya Hain)

मां ज्वाला तेरी देवीय शक्ति, नमन करूं श्रीनायक।
मान भक्तों का बढ़ाया है रे, मान भक्तों का बढ़ाया है।

लाभ पंचमी पूजा विधि और महत्व

दिवाली के पांचवें दिन मनाए जाने वाले त्योहार लाभ पंचमी का हिंदू धर्म अत्याधिक महत्व है। इस पर्व को गुजरात में विशेष तौर पर मनाया जाता है।

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