अपने रंग रंगलो गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया,
दिल तुम्हारा हो गया देवा,
दिल तुम्हारा हो गया,
कुछ रहा ना मुझ में मेरा,
सब तुम्हारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
हर तरफ काली घटाएँ,
छाई अँधेरी रात थी,
बिच भंवर डोली थी नैया,
तू किनारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
हर जपूँ मैं नाम तेरा,
तेरी चोखट मिल जाए,
तुमने रख दिया हाथ सिर पे,
क्या नज़ारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
सांसो की माला बना के,
अर्पण कर दूँ मैं तुझे,
जबसे देखि सूरत ये तेरी,
जग से प्यारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
मूषक चढ़ आओ ओ देवा,
मन में दरश की प्यास जगी,
‘अर्चू’ तड़पे है तुम बिन,
जान से प्यारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
अपने रंग रंगलो गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया,
दिल तुम्हारा हो गया देवा,
दिल तुम्हारा हो गया,
कुछ रहा ना मुझ में मेरा,
सब तुम्हारा हो गया,
अपने रंग रंगलों गजानन,
दिल तुम्हारा हो गया ॥
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को धन, समृद्धि, प्रेम और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। इसका गोचर और स्थिति सभी राशियों को प्रभावित करती है। शुक्र अभी मीन राशि में है, लेकिन 17 मार्च को अस्त हो जाएगा और 23 मार्च को फिर से उदय होगा।
मत्स्य जयंती भगवान विष्णु के पहले अवतार, “मत्स्यावतार” अर्थात् मछली अवतार की विशेष पूजा के रूप में मनाई जाती है।
नवरात्रि को हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है, जिसे नौ दिनों तक मनाया जाता है। इसमें देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है।
नवरात्रि पर्व का आगमन होते ही चारों ओर भक्ति और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बन जाता है। विशेषकर चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और शक्ति का संचार भी होता है।