अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये: भजन (Ambe Kaha Jaye Jagdambe Kaha Jaye)

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,

बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने का टीका बनवाया,

मेरी मय्या को पसन्द नहीं आया,

उसे फूलों का टीका पसन्द आया,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने के कंगन बनवाये,

मय्या को पसन्द नहीं आये,

उसे फूलों के कंगन पसन्द आये,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने का हार बनवाया,

मइया को पसन्द नहीं आया,

उसे फूलों का हार पसन्द आया,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


मैंने सोने की तगड़ी बनवायी,

मइया को पसन्द नहीं आयी,

उसे तो फूलों की तगड़ी पसन्द आयी,

अम्बे कहा जाए जगदम्बे कहा जाए,

बोल मेरी माता तुझे क्या कहा जाये ॥


अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,

बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥

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दुर्गा पूजा पुष्पांजली

प्रथम पुष्पांजली मंत्र
ॐ जयन्ती, मङ्गला, काली, भद्रकाली, कपालिनी ।
दुर्गा, शिवा, क्षमा, धात्री, स्वाहा, स्वधा नमोऽस्तु ते॥
एष सचन्दन गन्ध पुष्प बिल्व पत्राञ्जली ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः॥ Pratham Puspanjali Mantra
om jayanti, mangla, kali, bhadrakali, kapalini .
durga, shiva, kshama, dhatri, svahaa, svadha namo̕stu te॥
esh sachandan gandh pusp bilva patranjali om hrim durgaye namah॥

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