ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
घायल की गति घायल जाणै,
जो कोई घायल होय ।
जौहरि की गति जौहरी जाणै,
की जिन जौहर होय ॥
सूली ऊपर सेज हमारी,
सोवण किस बिध होय ।
गगन मंडल पर सेज पिया की,
किस बिध मिलणा होय ॥
दर्द की मारी बन-बन डोलूं,
वैद्य मिल्या नहिं कोय ।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,
जद वैद्य सांवरिया होय ॥
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
सूरत बड़ी है प्यारी माँ की,
मूरत की क्या बात है,
स्वांसां दी माला नाल सिमरन मैं तेरा नाम,
तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम तेरा नाम,
तन रंगा मेरा मन रंगा,
इस रंग में अंग अंग रंगा,
तर जाएगा ले नाम राम का,
कहीं बीत ना जाए,