आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार (Aayo Aayo Re Shivratri Tyohaar)

आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,

सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


धरती और गगन ने मिलके,

शब्द यही दोहराए,

ओम नमः शिवाय बोलो,

ओम नमः शिवाय,

चलो शिव धाम चलो,

चाहो अगर उद्धार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


शिवरात्रि के दिन श्रद्धा से,

शिव महिमा जो गाए,

अंत समय शिव भक्ति उसको,

मोक्ष की राह दिखाए,

आज के दिन सुनते,

शिव भक्तो की पुकार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,

सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥

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श्री राम चालीसा (Shri Ram Chalisa)

आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनं
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणं

शरद पूर्णिमा 2024 तिथि: चांद से बरसता अमृत, जानें तारीख और शुभ मुहूर्त

शरद पूर्णिमा के बारे में कहा जाता है कि इस दिन रात को चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है। अश्विन मास की पूर्णिमा का ये दिन शरद ऋतु की शुरुआत माना जाता है।

लेके पूजा की थाली

लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

आरती श्री पितर जी की (Aarti of Shri Pitar Ji Ki)

जय पितरजी महाराज, जय जय पितरजी महाराज।
शरण पड़यो हूँ थारी, राखो हमरी लाज॥

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