अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये,
आये नवरात्रे मैया,
उपकार कीजिये,
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥
माँ सिंह सवारी करके,
अब जल्दी से आ जाओ,
हर घर में ज्योतावाली,
खुशियों के दीप जलाओ,
हम दीनो पर,
ममता की बौछार कीजिये,
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥
हम बालक मेहरावाली,
हमें अपने गले लगाओ,
परिवार पे हम बच्चो के,
अपनी ये मेहर बरसाओ,
मझधार पड़ी,
जो नैया वो भव पार कीजिये,
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥
धन दौलत सोना चांदी,
महलों की चाह नहीं है,
हर पल सेवा मैं रहूं बस,
मेरे मन आस यही है,
इस ‘अमन’ की इतनी,
अर्ज़ी माँ स्वीकार कीजिये,
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये,
आये नवरात्रे मैया,
उपकार कीजिये,
अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये ॥
इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिससे कुछ राशियों के ऊपर शिव जी की विशेष कृपा हो सकती है।
महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का एक महापर्व है। इस दिन को भगवान शिव की कृपा के लिए सबसे खास माना जाता है। महाशिवरात्रि को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं और कथाएं जुड़ी हुई हैं।
हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
फाल्गुन मास में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। फाल्गुन मास में प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है।