अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले ॥
दुनिया बनाने वाले,
कर दुनिया का ख्याल रे,
तेरे संसार का हुआ है,
बुरा हाल रे,
भाई को भाई रहा मार ओ भोले,
भाई को भाई रहा मार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले ॥
हाल कभी पूछ आके,
भोले तू गरीब का,
लिख्या सब ते न्यारा,
भाग क्या ते बदनसीब का,
रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,
रोटी देदे भूखा तो मत मार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले ॥
पापियों के पाप धो धो,
गंगा मैली हो गई,
पापों से लड़ेगी कब तक,
ये पहेली हो गई,
तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,
तेरे बिना होगा ना उद्धार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले ॥
आजा कलयुग में लेके,
अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,
पुकार ओ भोले ॥
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। यह दिन मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना का विशेष अवसर होता है।
मासिक दुर्गाष्टमी, हर महीने की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है और यह दिन मां दुर्गा की उपासना के लिए विशेष रूप से पवित्र माना जाता है। जुलाई 2025 में मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व 18 जुलाई, शुक्रवार को पड़ रहा है।
हिंदू पंचांग के अनुसार मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का एक पावन अवसर होता है। यह व्रत पूरे दिन मां दुर्गा की आराधना और मंत्रोच्चार के साथ रखा जाता है।
जुलाई का महीना शुरू हो चुका है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 07 जुलाई 2025 को आषाढ़ माह का 27वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। आज सोमवार का दिन है। सूर्य देव मिथुन राशि में रहेंगे।