नवीनतम लेख
नवीनतम लेख
वाक् देवी हे कलामयी हे सुबुद्धि सुकामिनी (Vak Devi He Kalamayee He Buddhi Sukamini)
वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी
वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे (Vaishnav Jan To Tene Kahiye Je)
वैष्णव जन तो तेने कहिये,
जे पीड परायी जाणे रे ।
उठ खड़ा हो लक्ष्मण भैया जी ना लगे (Uth Khada Ho Lakshman Bhayia Ji Na Lage)
उठ खड़ा हो लक्ष्मण भैया जी ना लगे,
लखनवा नही जाना की जी ना लगे ॥
उठ जाग मुसाफिर भोर भई (Bhajan: Uth Jag Musafir Bhor Bhai)
उठ जाग मुसाफिर भोर भई,
अब रैन कहाँ जो सोवत है ।
उनकी रेहमत का झूमर सजा है (Unki Rehmat Ka Jhoomar Saja Hai)
उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है (Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai)
ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,
शारदा माँ का डेरा है,
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे, मैया जी का बसेरा है (Unche Unche Pahado Pe Maiya Ji Ka Basera Hai)
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है,
ऊँचे पर्वत चढ़कर जो, तेरे मंदिर आते हैं (Unche Parvat Chadhkar Jo Tere Mandir Aate Hain)
ऊँचे पर्वत चढ़कर जो,
तेरे मंदिर आते हैं,
उलझ मत दिल बहारो में 2 (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या
उलझ मत दिल बहारो में (Ulajh Mat Dil Baharo Men)
उलझ मत दिल बहारो में,
बहारो का भरोसा क्या,
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
Our Services
Copyright © 2024 Bhakt Vatsal Media Pvt. Ltd. All Right Reserved. Design and Developed by Netking Technologies