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उत्तर प्रदेश के सिरसागंज के पास खुशहाली गांव में हनुमान बरी के नाम से हनुमान जी का बहुत ही प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह मंदिर बरगद के पेड़ के नीचे स्थित है। वहीं हनुमान जी के मंदिर के साथ-साथ बरगद के पेड़ की भी यहां पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाला व्यक्ति कभी खाली हाथ वापस नहीं जाता और उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यह मंदिर लगभग 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। यहां स्थित बरगद का पेड़ भी काफी पुराना माना जाता है।
मंदिर में प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी की आरती होती है। मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों की हनुमान बरी बाबा सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इस मंदिर को लेटे हुए हनुमान मंदिर भी कहा जाता है। यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है जो जमीन के 8.10 फीट नीचे बनाया गया है। हनुमान जी का बहुत ही अनोखा मंदिर है। जहां पर हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा की पूजा की जाती है। हनुमान जयंती और राम नवमी बड़े हनुमान जी मंदिर में मनाए जाने वाले प्रसिद्ध त्योहार हैं।
ऐसी मान्यता है कि बजरंगबली बरगद के पेड़ के नीचे स्वयं प्रकट हुए थे। मंदिर की देखरेख करने वाले पुजारी की माने तो यहां स्थापित बजरंगबली की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी। बरगद के पेड़ के नीचे मूर्ति स्थापित होने से इस मंदिर का नाम हनुमान बरी पड़ गया। बता दें कि गांव की भाषा में बरी का अर्थ बरगद होता है।
मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन प्रयागराज है। आप यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए सवारी का उपयोग कर सकते हैं।
समय : सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक
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