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गोरखनाथ मठ, गोरखपुर (Gorakhnath Math, Gorakhpur)


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दर्शन समय

5:00 A.M - 12:00 P.M | 4:00 P.M - 9:00 P.M

गोरखपुर का गोरखनाथ मंदिर, मकर सक्रांति पर लगता है खिचड़ी मेला 


गोरखनाथ मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। भारत में बहुत कम मंदिर गोरखनाथ मंदिर जैसी शांति और सुकून का अनुभव कराते है। जिस क्षण आप परिसर में पहुंचते हैं, आप आध्यात्मिकता से भर जाते हैं। गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर का नाम गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखा गया है। मकर संक्रांति के अवसर पर यहाँ एक महीने तक चलने वाला विशाल मेला लगता है, जो 'खिचड़ी मेला' के नाम से प्रसिद्ध है। देश-विदेश के लोग गोरखपुर आने के बाद गोरखनाथ मंदिर में जाकर गुरु गोरखनाथ के दर्शन करते हैं। बता दें कि मंदिर में गुरु गोरखनाथ की समाधि मौजूद है। 

मंदिर की विशेषता 


यह गरीबों के लिए मुफ्त चिकित्सा और शिक्षा जैसी कई सुविधाएं प्रदान करता है। रात में मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाता है जो देखने में बहुत खूबसूरत लगता है। गुरु श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोवंश के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए समर्पित और प्रसिद्ध है। मन्दिर के पृष्ठभाग में एक व्यवस्थित गौशाला है, जिसमें पर्याप्त संख्या में विभिन्न नस्लों की गायें पाली जाती हैं। गौ पालन का मुख्य उद्देश्य मात्र गो सेवा ही है। इनसे प्राप्त होने वाले दूध का उपयोग प्रसाद बनाने तथा मंदिर के दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त गोरखनाथ चालीसा का 12 बार जाप करता है, उसे दिव्य ज्योति या चमत्कारी लौ का आशीर्वाद मिलता है। 

कैसे पहुंचे 


गोरखपुर जाने के लिए कई वाहन उपलब्ध हैं। गोरखपुर बस स्टैंड से गोरखनाथ मठ की दूरी लगभग 4 किमी है। यहां से आप ई रिक्शा या ऑटो से जा सकते है। गोरखनाथ मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन गोरखपुर रेलवे स्टेशन है। यहां से मंदिर के बीच की दूरी बस 5 किमी है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग (ओला टैक्सी, आटो आदि ) द्वारा गोरखनाथ मंदिर पहुंचा जा सकता है।

समय  : सुबह 05:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे, शाम 04:00 बजे से रात  09:00  बजे

डिसक्लेमर

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