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मुक्तेश्वर महादेव मंदिर जहां वनवास में पांडव छह महीने रुके, देवताओं को अर्पित की जाती हैं लोगों की अस्थियां
बठिंडा के मैसर खाना मंदिर में प्रकट शारदीय और चैत्र नवरात्रि की अष्टमी को साक्षात प्रकट हुईं थी मां दुर्गा
रामतीर्थ में माता-सीता ने लवकुश को दिया था जन्म, यहीं हुई रामायण की रचना, सरोवर में स्नान से मिलता है संतान सुख
अज्ञातवास के दौरान हर पूर्णिमा को यहां दर्शन करने पहुंचते थे पांडव, अपनी पहचान भी इसी जगह बदली थी
पंच मंदिर की सूर्य प्रतिमा पर रोज सुबह पड़ती हैं सूर्य की किरणें, सवा साल पुराना है मंदिर का इतिहास
पांडवो की तपस्या से खुश होकर सकेतड़ी में स्वयं प्रकट हुए थे भगवान महादेव
डाकू ने शुरू की थी जयंती देवी मंदिर में पूजा, रविवार - मंगलवार को दर्शन का विशेष महत्व
नीलकंठ महादेव मंदिर अष्टधातु से बना है, मंदिर अंदर 5 रूद्राक्ष के जिन्हें लेने दूर-दूर से आते हैं भक्त
अर्जुन ने यहां पेड़ की शाख पर बैठकर की तपस्या, पहले राष्ट्रपति ने चंडी मंदिर ने नाम पर बसाया था चंडीगढ़ शहर
पटियाला की काली देवी को लगता है शराब और बकरे का भोग, कलकत्ता से मूर्ति ; बंगाल से लाई गई अखंड ज्योति
स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया गया था दुर्गियाना मंदिर का निर्माण, इसे अमृतसर का रजत मंदिर भी कहा जाता है