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पुणे में कई प्राचीन मारुति मंदिर मौजूद है। उन्हीं में से एक है डुल्या मारुति मंदिर गणेशपेठ। यह ऐतिहासिक मंदिर लगभग 300 साल पुराना अति भव्य और प्राचीन है। इस मंदिर में पवन पुत्र हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है। मंदिर में स्थापित बजरंगबली की प्रतिमा को साधारण से एक काले पत्थर पर अंकित किया गया है। मंदिर में स्थापित हनुमान जी के इस रूप को डुल्या मारुति के नाम से जाना जाता है। बता दें कि ये मूर्ति 5 फुट उंची और ढाई फुट चौड़ी है, जो पश्चिम मुखी है। हनुमानजी की इस मूर्ति की दाईं ओर श्रीगणेश भगवान की एक छोटी सी मूर्ति स्थापित है। कहा जाता है कि इस मूर्ति की स्थापना शिवाजी महाराज के गुरु श्री श्रीमद रामदास स्वामी ने की थी।
पौराणिक इतिहास के अनुसार, इनका जन्म सन 1608 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुआ था। इन्होंने ने केवल महाराष्ट्र में हनुमान मंदिर की स्थापना की बल्कि यहां रामभक्ति के साथ-साथ हनुमान भक्ति का भी प्रचार किया। बता दें कि मंदिर परिसर में मुख्य द्वार के ठीक सामने छत से एक पीतल का घंटा टंगा हुआ है। जिसके ऊपर शक संवत 1700 अंकित है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये मंदिर कितना पुराना है। इस मंदिर से ठीक 20 कदम की दूरी पर श्री सिद्धिविनायक मंदिर स्थित है। मंदिर में प्रवेश निशुल्क है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में प्रसाद, पेयजल, बैठने के लिए बेंच आदि की सुविधाएं उपलब्ध है।
मंदिर पहुंचने का पता 260, लक्ष्मी रोड, राजे वाडी, गणेश पेठ पुणे महाराष्ट्र है।
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