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महाकुंभ 2025 में कौन से घाट पर नहाना सबसे शुभ

Jan 13 2025

Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ में किस घाट पर नहाने का है सबसे अधिक महत्व, जानिए कुल कितने घाट हैं


सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार, कुंभ मेले में पवित्र नदी में स्नान करना और पूजा-अर्चना करना महत्वपूर्ण माना जाता है। महाकुंभ के अवसर पर देश-विदेश से श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान करने के लिए आते हैं। महाकुंभ के समय पवित्र  नदी में स्नान का विशेष महत्व होता है। हालांकि, महाकुंभ के प्रत्येक दिन नदी में स्नान करना पुण्यदायी माना जाता है। 


महाकुंभ में घाटों का नाम


  • दशाश्वमेध घाट
  • हांडी फोड़ घाट
  • बलुआ घाट
  • संगम घाट
  • केदार घाट


महाकुंभ में घाटों का महत्व


प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन के कारण यह शहर हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है। यहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का संगम होता है, जिससे प्रयागराज के घाटों का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। यदि आप कुंभ मेले में जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन प्रसिद्ध घाटों पर अवश्य समय बिताएं और किसी एक घाट पर स्नान कर पुण्य अर्जित करें।


शाही स्नान की तिथियां


महाकुंभ मेला के दौरान कुल छह शाही स्नान आयोजित किए जाएंगे 

  • प्रथम शाही स्नान 13 जनवरी 2025 को होगा
  • द्वितीय शाही स्नान 14 जनवरी 2025 को मकर संक्रांति के अवसर पर होगा
  • तृतीय शाही स्नान 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या के दिन होगा
  • चतुर्थ शाही स्नान 2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी के अवसर पर होगा
  • पंचम शाही स्नान 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा पर होगा
  • अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि के दिन होगा

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